कुल्लू दशहरा 🔱

 कुल्लू दशहरा हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है यह सिर्फ हिमाचल या भारत मेंह नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है इसीलिए इसे कुल्लू दशहरा इंटरनेशनल फेस्टिवलके रूप में भी जाना जाता है कुल्लू दशहरा 🔱 कल्लू के धौलपुर मैदान में मनाया जाता है यह अक्टूबर नवंबर के महीने में मनाया जाता है यहां सा दिन तक चलता है और इसमें कुल्लू घाटी के विभिन्न देवी देवता और उनके साथ उनके लोग भी आते हैं जैसे की बिजली महादेव ,पार्वती, बूढ़ी नागिन, और पुंडरीक ऋषि और अन्य कई देवी देवता कुल्लू दशहरे में भाग लेते हैं कुल्लू जो रघुनाथ जी की नगरी के नाम से भी जाना जाता है कुल्लू दशहरे में रघुनाथ जी की यात्रा होती है जिसमें सभी देवी देवता भाग लेतेहै और इसमें रघुनाथ जी आगे चलते है और पीछे से सभी देवी देवता चलते हैं जिसे रघुनाथज की रथ यात्रा के नाम से जाना जाता है कुल्लू दशहरे के दिन यहां पर कई देवी देवताओं का मिलन भी होता है और उनके मेले भी होते है जिन्हें कुलवी भाषा में (जैच) कहते हैं पहले दिन पर यहां लगभग सभी देवी देवता आ जाते हैं और कुछ देवी देवता दूसरे दिन आते हैं और उनका मिलान भी होता है

रघुनाथ यात्रा🔱

      कुल्लू दशहरा इंटरनेशनल फेस्टिवल के रूप में जाना जाता है कुल्लू दशहरे में एक international parade ka aayojan bhi hota hai इसमें कई देश भाग लेते हैं जैसे फ्रांस रूस अमेरिका भारत Germany इत्यादि इस परेड में सभी देशों के log apni apni Sanskriti की झांकियां भी प्रस्तुत करते हैं और अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं यह बहुत ही सुंदर होती है और लोग बहुत ज्यादा भीड़ में इन्हें देखने आते हैं और इस दिन लोग दूर दूर से इस परेड को देखने आते हैं यह बहुत आकर्षक होती है

Internetional परेड 
कुल्लू दशहरे में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है जो की बहुत ही सुंदर होता है जिसमें लोग कई जगह से दूर दूर से भाग लेने आते हैं और अपनी प्रस्तुति भी देते हैं जो कि कई तरह की होती है कई लोग गाना गाते हैं और कई लोग नाचते भी है कई पहाड़ी गाना गाते है और कई हिंदी गाना गाते हैं इस दिन बड़े-बड़े कलाकार भी कुल्लू दशहरे में भाग लेते हैं कुल्लू दशहरे के सांस्कृतिक कार्यक्रम को देखते लोग दूर दूर से आते हैं इस दिन वहां पर नाइट प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाता है जिसे देखने के लिए लोग भारी मात्रा में

इकट्ठा होते हैं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाते हैं और कुल्लू दशहरे की सराहना भी करते हैं ।

सांस्कृतिक कार्यक्रम 🍁
कुल्लू दशहरा पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है कुल्लू दशहरे के दिन वहां पर औरतों की mahanaati का आयोजन भी किया जाता है इस दिन औरतें दूर-दूर से इसमें भाग लेने आती वह अपने कुलवी पट्टू में किस नाट में भाग लेती है इस दिन कुल्लू कई तरह की झांकियां भी निकल जाती है जो की बहुत सुंदर होती है
दशहरा 🔱 
इस दिन कुल्लू में खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है जो कि कई प्रकारके होते जैसे वॉलीबॉल कबड्डी  इत्यादि खेलों का आयोजन किया जाता है और जीतने वाली टीम को पुरस्कार भी दिए जाते हैं यह खेल कूद प्रतियोगिता लोगों के बीच में ही नहीं बल्कि इसमें हमारे देश के पुलिस ,जवान भी भाग लेते हैं yah khelkud pratiyogita Keval पुरुषों की ही नहीं बल्कि औरतें भी इसमें बढ़ चढ़कर भाग लेती है


कुल्लू दशहरे के दिन रावण के पुतलों को जलाया जाता है जिसे लंका दहन के नाम से जाना जाता है माना जाता है कि इस दिन श्री राम ने लंका पर विजय पाकर 20 दिन बाद घर अयोध्या लौटे थे लंका दहन के बारे में यह भी कहा जाता है कि यह सच्चाई का बुराई पर जीत का संकेत है 
Jis din logon Ko buraiyon Ko chhod Dena chahie और अच्छे काम करने चाहिए परंतु फिर भी कई लोग बुरे काम करते जैसे शराब पीना जुआ खेलना इत्यादि लंका दहन वहां पर आखिरी दिन होता है 


कुल्लू दशहरा 7 दिनों तक चलता है और 7 दिन बाद सभी देवी देवता अपने स्थान वापस चले जाते हैं जाते जाते कई देवी देवताओं की जैच भी पड़ती है जैसे पुंडरीक ऋषि की खड़की जैच यह भी बहुत पसिद्ध है पुंडरीक ऋषि आगे आगे नाचते हैं  कई देवी देवता उनके पीछे नाचते और लोग भी उनके पीछे चलते हैं इसके अलावा कोई अन्य देवीदेवताओं की भी जैच होती है 



इस दिन यहां पर कई प्रकार के झूले भी लगते और झूलों में लोग मजे करते हैं और बच्चे भी इनका आनंद उठाते हैं और सभी लोग इसका मजा उठाते हैं कुल्लू दशहरे में तरह तरह के झूले लगते हैं जो बहुत बड़े डरावने और मजेदार भी होते हैं जिनमें बहुत ही मजा आता है 


कुल्लू दशहरे के दिन यहां पर कई दुकानें भी लगती है और इन दुकानों में प्रत्येक प्रकार की वस्तुएं मिलती है क्योंकि इस दिन यहां पर हर प्रकार की दुकान लगती है दिन में आप कुछ भी खरीद सकते हैं जो आपके चाहे वह कॉस्ट्यूम हो चाहे वह शूज हो या चाहे वह कुछ और हो इस दिन आपको सभी चीज कम दामों में मिल जाएगी और यहां पर खाने के लिए भी कई प्रकार की दुकान लगी होती है यहां पर विभिन्न प्रकार के दुकान लगी हुई होती है इस दिन यहां पुलिस का पहरा होता है क्योंकि कुल्लू दशहरे में भीड़ इतनी अधिक होती है कि उन्हें संभालना कठिन हो जाता है आप कुल्लू दशहरे में आकर इसका आनंद भी उठा सकते हैं


                   Thanks👍

Yuvraj123

युवराज इस माय नाम Nick name is banshu��

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